आज भी इसकी प्राप्ति संभव है यही ध्यान तपे महेशा, यही ध्यान ब्रह्माजी लाग्या, यही ध्यान विष्णु की माया। ॐ सोऽहं सिद्ध की काया, तीसरा नेत्र त्रिकुटी ठहराया । गगण मण्डल में अनहद बाजा। Your just lately considered merchandise and featured suggestions › See or edit your searching background Just https://waylontjynd.thenerdsblog.com/37892331/details-fiction-and-shabar-mantra